What is lk and ok in electricity bill?
In Rajasthan, distribution companies use two types of electricity bills: an on-the-spot bill which is mainly used by JVVNL for domestic consumers, and the"Missing: lk | Must include: lk
(2) intervals for billing of electricity charges,. (3) disconnection of (9) Status of meter (OK/defective/missing/Door Lock etc.) (10) Meter No and
MAR/.
Electricity bill gets calculated as per the consumption. Billing is done as per actual consumption and it comes under OK meter read remarks.
In electricity bills of Punjab, there's nowhere written “LK A”. If you want the answer, kindly share the image where it is written. Otherwise LK stands for Ledger"What do OK and PA mean on an electric bill? - Quora"""What is the meaning of the meter reading remark 'BR"""In the electricity meter 2.44 kW means what? And it"""What is the meaning of arrears in an electricity bill
Bill Month. MAR, 2017. MD JAMAL Electricity Connection Date: Date. 18/03/ Pay your bills through Cash/Cheque/DD at SBPDCL counters.
बिजली बिल ज्यादा क्यों आता है : यहाँ हम जानेंगे कि बिजली बिल ज्यादा आने के क्या कारण है और बिजली बिल ज्यादा आने पर क्या करे ? बहुत लोगों के साथ ऐसा होता है कि उनका इलेक्ट्रिसिटी बिल सामान्य से ज्यादा आता है। जितना बिजली खर्च करते है उनसे ज्यादा बिल मिलता है। इससे मध्यम वर्ग के परिवारों का बजट बिगड़ सकता है। क्योंकि उनके कमाई का एक बड़ा हिस्सा बिल पटाने में चला जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसे हो रहा है तब यहाँ बताये गए जानकारी को ध्यान से पढ़ें। क्योंकि इनके कई कारण हो सकते है।
जब भी हमें ज्यादा बिजली का बिल मिलता है, तो ऐसा लगता है कि बिजली विभाग ने हमें बढ़ाकर बिल भेजा है। हाँ ये सही भी हो सकता है लेकिन इसके अन्य कई कारण भी होते है जिसपर हम ध्यान नहीं देते। अगर आप एक बिजली उपभोक्ता है तब इसे ध्यान से जरूर पढ़िए। चलिए अब जानते है कि बिजली बिल ज्यादा आने के क्या कारण हो सकते है।
आपका bijli bill ज्यादा आने के मुख्य दो कारण हो सकते है –
सबसे पहले हमें इन कारणों का पता लगाना होगा। ये हम खुद से ही कर सकते है। इसके लिए बिजली विभाग के पास जाने की जरुरत नहीं है। चलिए हम जानते है कि इन दोनों कारणों का पता कैसे लगाएं।
बिजली मीटर में खराबी को चेक कैसे करें ?
सबसे पहले आपको ये जानना आवश्यक है कि आपके घर में लगे मीटर सही है या नहीं। क्योंकि कई मीटर खराबी के वजह से ज्यादा चलने लगते है। इसे चेक करने के लिए आपको किसी उपकरण का सहारा लेना होगा। देखिये 1000 वॉट के किसी बिजली उपकरण को एक घंटे तक चलाने पर 1 यूनिट बिजली खपत होती है। नीचे हमने टेबल में उपकरण का नाम और उसकी खपत की जानकारी दिया है। आप इसे चेक करके एक हजार वॉट की गणना कर लें –
ऊपर टेबल में हमने उपकरण और उसके वॉट की जानकारी दे दिया है। आप इसमें से 1000 वॉट के उपकरण को एक घंटे तक चलाइये। इसके बाद अपने घर में लगे बिजली मीटर का रीडिंग लीजिये। अगर उसमे 1 यूनिट से ज्यादा बता रहा है तब मीटर तेज चल रहा है। यानि मीटर में खराबी है।
उपयोग किये जा रहे उपकरण को चेक कैसे करें ?
अगर मीटर सही है तब आपको अपने घर में लगे बिजली उपकरण को चेक करना चाहिए। उसके खराबी से भी ज्यादा बिजली खपत होती है। प्रत्येक बिजली उपकरण में वॉट लिखा होता है। अगर वे उपकरण निर्धारित वॉट से ज्यादा बिजली खपत कर रही है तब उसमे खराबी हो सकती है।
पुराने पंखे को चेक करें – गर्मियों के मौसम में घर के पंखे दिनभर चलते रहे है। हम सभी जब पंखें ख़राब हो जाए तभी उसे सुधार या रिपेरिंग करवाते है। लेकिन पुराने पंखों की ऑयलिंग और बियरिंग कराये तब ये फ्री चलेंगे और इससे कम बिजली बिल खपत होगी। यानि आपके घर में लगे पंखें बहुत पुराने है तब भी बिजली बिल ज्यादा आ सकता है।
मानलो आपके घर में 5 पंखे लगे हुए है और से 5 से 7 साल पुराने है तब ये सामान्य से ज्यादा बिजली की खपत करेगा। यानि सामान्य स्थिति में 75 वॉट का पंखा जितनी बिजली की खपत करता है, ये पुराने होने की वजह से 10 यूनिट तक से ज्यादा बिजली की खपत करेगा। इसलिए सभी पुराने पंखों का ग्रीसिंग और ऑइलिंग जरूर करवाएं।
पुरानी ट्यूब लाइट ज्यादा बिजली खपत करती है – ट्यूब लाइट 40 वॉट की होती है लेकिन अगर ये ज्यादा पुरानी हो गई है तब इसकी चोक सामान्य से ज्यादा बिजली खपत करने लगती है। इसलिए बिजली खपत कम करने के लिए इसके स्थान पर सीएफएल बल्ब का उपयोग करें। क्योंकि अगर आप 10 वॉट का सीएफएल लगाते है तब एक ट्यूब लाइट के स्थान पर उतनी ही बिजली खपत में 4 सीएफएल लगाया जा सकता है।
एसी का सर्विसिंग करवाते रहें – अगर आपके घर में AC लगा हुआ है तब आपको और ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है। इसे खरीदते समय स्टार रेटिंग को देखकर खरीदें। कई लोग पैसे बचाने के चक्कर में 1 स्टार या 3 स्टार का AC ले लेते है। इससे बिजली की खपत बढ़ती है क्योंकि कम स्टार वाले ac ज्यादा बिजली खपत करती है। अगर आपने 1.5 टन का एसी अपने घर में लगवाया है और इसे औसतन 8 चलाते है तब ये 7-9 यूनिट बिजली खपत करती है। वही अगर आपने इसकी सर्विसिंग नहीं कराई है तब ये 10-11 यूनिट बिजली खपत करेगा। इससे आपका बिजली का बिल ज्यादा आता है।
अगर आपका बिजली मीटर ख़राब है यानि ज्यादा तेज चल रहा है तब ऑफिस में आवेदन देकर नई मीटर लगवाएं। अगर आपके बिजली उपकरण में कोई परेशानी है तब इसे भी सुधार करें। लेकिन ऊपर बताई गई दोनों परेशानी नहीं फिर भी ज्यादा बिजली का बिल आ रहा है तब ये रीडिंग की समस्या है। यानि जो आपके घर रीडिंग करने आता है वो सही रिपोर्ट विभाग को नहीं दे रहा है। वो बिना मीटर देखें हो औसतन रीडिंग का रिपोर्ट दे रहा है।
ऐसे स्थिति में बिजली कंपनी के टोल फ्री नंबर 1912 पर शिकायत करें। उन्हें अपनी समस्या बताएं और साथ में वास्तविक रीडिंग भी उन्हें बताएं। इसके बाद आपका कम्प्लेन दर्ज किया जायेगा और आपके बताये अनुसार सही रीडिंग का बिजली बिल आपको फिर से जारी किया जायेगा। इसलिए बिजली बिल ज्यादा आने पर शिकायत नंबर पर कम्प्लेन कीजिये।
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